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(as of Dec 15, 2024 03:29:17 UTC – Details)
मानव मस्तिष्क की गहराई में जाकर डार्क साइकोलॉजी के गुप्त दायरों में झांकें। उन लोगों की सच्चाई जानें जो दूसरों को अपना शिकार बनाते हैं। इसके अलावा, उस अंधेरे का पता करें जो हमारे भीतर छिपा बैठा है। हालांकि, अधिकांश लोग अपने आवेगों को दबा देते हैं, कुछ चुनिंदा लोगों में संयम की कमी होती है, जिससे वे चालाकी में माहिर हो जाते हैं। यह किताब आपकी आँखें खोल देगी। इसमें आप उन गुप्त तकनीकों का पता लगाएँगे जिनका दिमाग़ी हेरफेर करने वाले लोग इस्तेमाल करते हैं। आप देखेंगे कि इन युक्तियों से संशयहीन लोगों के दिमाग पर क्या दुष्प्रभावों पड़ता है। इसमें आप जानेंगे कि बुरे व्यक्तित्व वाले व्यक्ति अपने जीवन पर नियंत्रण क्यों हासिल कर लेते हैं। इसके अलावा, आप पता लगाएँगे कि बुरे लोग अपने शिकार के चयन कैसे करते हैं। ख़ुद को बचाने के लिए यह पता लगाएँ कि अनुनय करने वाले व्यक्ति अपने पीड़ितों के विचारों को विनियमित करने और उन पर हावी होने के लिए डार्क साइकोलॉजी का सहारा कैसे लेते हैं। सभी हावभाव और आँखों के इशारों की सटीक व्याख्या करते हुए गैर-मौखिक संचार के रहस्यों को उजागर करें। शरीर की भाषा को समझने में महारत हासिल करें और डार्क साइकोलॉजी तकनीकों की महीन से महीन बारीकियों को समझें। हमारी जटिल दुनिया में अपना अस्तित्व बनाए रखने के लिए हमेशा जागरूक रहने की आवश्यकता है। इस किताब में लिखी बातों को सीखकर आप उन लोगों से खुद को बचा सकते हैं जो आपका शोषण करना चाहते हैं। और यही नहीं- इन गुप्त तकनीकों का अपने फ़ायदे के लिए उपयोग करें और अपने लिए सफलता के मार्ग खोलें।
Publisher : Pharos Books; First Edition (20 December 2023); Pharos Books
Language : Hindi
Paperback : 152 pages
ISBN-10 : 9359832510
ISBN-13 : 978-9359832517
Reading age : Customer suggested age: 17 years and up
Item Weight : 430 g
Dimensions : 19.69 x 12.7 x 0.64 cm
Country of Origin : India
Net Quantity : 1 count
Packer : Pharos Books Private Limited, Shop Plot A, 55, opposite Mother Dairy, Pandav Nagar, New Delhi, Delhi 110092
Generic Name : book
Customers say
Customers find the book’s content useful and valuable. They say it’s a good read for avid readers with amazing Chapter 6. However, opinions differ on the language – some find it easy to understand and concise, while others feel it should be in casual Hindi or unrealistic.
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