Ma Kali Sadhana, Hindu Goddess Book
Price: ₹225 - ₹2.38
(as of Dec 06, 2024 06:33:01 UTC – Details)



आदि शक्ति के मुख्यतः दस भेद हैं- काली, तारा, षोडशी, भुवनेश्वरी, भैरवी, छिन्नमस्ता, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी तथा कमलालिका। इन दसों महाविद्याओं में भगवती काली का स्थान सर्वप्रथम है। काली, कालिका या महाकाली हिन्दू धर्म की एक प्रमुख देवी हैं। वे मृत्यु, काल और परिवर्तन की देवी हैं। यह सुन्दर रूप वाली आदिशक्ति दुर्गा माता का काला, विकराल और भयप्रद रूप है, जिसकी उत्पत्ति असुरों के संहार के लिये हुई थी। उनको विशेषतः बंगाल, ओडिशा और असम में पूजा जाता है। वैष्णो देवी में दाईं पिंडी माता महाकाली की ही है। माँ काली के चार रुप हैं- दक्षिणा काली, श्मशान काली, मातृ काली और महाकाली। माँ काली के ध्यान के कई क्रम हैं, यथा- कादि, हादि, क्रोधादि, वागादि, नादि, दादि और प्रणवादि आदि। भगवती महाकाली तंत्र विद्या की पराकाष्ठा हैं। संसार में ऐसा कोई कर्म नहीं है, जिसे इस महाशक्ति की कृपा से सम्पादित न किया जा सके। सनातन हिन्दू धर्म के शाक्त सम्प्रदाय के अलावा तांत्रिक बौद्ध और अन्य सम्प्रदायों में भी माँ काली की पूजा होती है। तांत्रिक बौद्ध धर्म में भयानक रूप वाली योगिनियों, डाकिनियों जैसे वज्रयोगिनी और क्रोधकाली की पूजा होती है। प्रस्तुत पुस्तक में माँ काली की साधना से सम्बन्धित स्तोत्र तथा मंत्रों का समावेश किया गया है। साथ ही माँ से क्षमा प्रार्थना भी समाहित की गयी है। पुस्तक से साधकों को साधना में अवश्य ही लाभ प्राप्त होगा, ऐसा लेखक का विश्वास है। माँ काली से प्रार्थना है कि माँ सभी साधकों की साधना सफल करें और उन्हें मनवांछित फल प्रदान करें।

ASIN ‏ : ‎ B0DJFJ5RYF
Publisher ‏ : ‎ Yatharth Prakashan (13 August 2024)
Language ‏ : ‎ Hindi, Sanskrit
Perfect Paperback ‏ : ‎ 72 pages
ISBN-10 ‏ : ‎ 8197929661
ISBN-13 ‏ : ‎ 978-8197929663
Item Weight ‏ : ‎ 130 g
Dimensions ‏ : ‎ 22 x 14 x 0.5 cm
Country of Origin ‏ : ‎ India
Packer ‏ : ‎ Yatharth Prakashan, Siddharth Vihar, Ghaziabad 201009, (M) 9266863323
Generic Name ‏ : ‎ Ma Kali Sadhana Book