Price: ₹429.00
(as of Aug 03, 2025 03:55:51 UTC – Details)
Previously published as खामोश चाहतें (Khamosh Chahtein): मोहब्बत के सुलगते अफसाने 2 by Singh, Ranu (AUTHOR)
“सुलगती हसरतें” कोई साधारण किताब नहीं है। ये वो आग है जो आपके सीने में दबी हुई हर सुलगती सांस को बाहर निकाल लेगी। ये वो शराब है जो आपके होंठों को तरसाएगी, आपकी रगों में मस्ती घोलेगी और आपके बदन को ऐसी बेचैनी देगी कि आप हर पन्ने को चूमना चाहेंगे। ये कहानियां सिर्फ शब्द नहीं, ये वो नंगा सच हैं जो आपकी रातों को बेकाबू कर देंगी, आपके ख्वाबों को नंगा कर देंगी और आपकी हसरतों को ऐसा मुकाम देंगी कि आप खुद को रोक नहीं पाएंगे।
ये किताब आपके पहले प्यार “अनकही हसरतें” का दूसरा हिस्सा है। अगर वो पहला संग्रह आपके दिल में चिंगारी था, तो “खामोश चाहतें” वो जंगल की आग है जो सब कुछ जला देगी। अमेजन किंडल पर आ रही ये किताब आपके लिए एक दावत है—एक ऐसी दावत जहां हर कहानी आपके बदन को सहलाएगी, आपके कान में फुसफुसाएगी और आपके मन को ऐसे जकड़ेगी कि आप हर लफ्ज़ को अपने जिस्म पर महसूस करेंगे।
हर कहानी एक जलता अंगारा है। नजरें टकराती हैं, सांसें उलझती हैं, जिस्म तरसते हैं। ये वो कामुकता है जो आपके बदन में सिहरन पैदा करेगी—नाजुक स्पर्श रीढ़ में बिजली दौड़ाएगा, गहरी सांसें सीने को भारी करेंगी। कभी अंधेरे कमरे में दो जिस्म एक-दूसरे में खो जाएंगे, कभी सुनसान राह पर नजरों का पीछा खतरनाक खेल बनेगा। ये कहानियां आपके तन को तड़पाएंगी, मन को बेकरार करेंगी।
हर शब्द एक नशा है, जो नसों में दौड़ेगा और आपको मस्ती में डुबो देगा। ये वो लम्हे हैं जहां होंठों की गर्मी, उंगलियों की छुअन और सांसों की रफ्तार सब कुछ बन जाती है। कभी बिस्तर की चादरों में उलझे प्रेमी, कभी अनजान की नजरों में बिजली—ये मस्ती आपके जिस्म को थरथराएगी, रातों को जागने पर मजबूर कर देगी।
सीने में दबी वो ख्वाहिशें जो आप छुपाते हैं, “खामोश चाहतें” उन्हें बाहर निकालेगी। ये आपके अंदर के जंगलीपन को जगाएगी। दो जिस्मों का तरसना, नजरों का वादा, स्पर्श का जुनून—ये कहानियां आपकी आग को भड़काएंगी। चाहे अनजान की बाहों में खोना हो या पुराने प्यार को जलाना, ये हर हसरत को पूरा करेगी।
सपने जो आपको तड़पाते हैं, ये कहानियां उन्हें सच करेंगी। नंगी पीठ पर उंगलियां, गले पर गर्म सांसें—ये ख्वाब आपके बदन को पसीने से तर करेंगे, दिल को बेकाबू करेंगे। हर कहानी एक नई दुनिया है।
अगर आपको “अनकही हसरतें” ने रातों को बेकाबू किया था, तो “सुलगती हसरतें” उस आग को और भड़काएगी। पहला संग्रह एक झलक था, लेकिन ये दूसरा हिस्सा पूरा तूफान है। यहां हर कहानी पहले से ज्यादा गहरी है, ज्यादा कामुक है और ज्यादा खतरनाक है। ये वो किताब है जो आपके जिस्म को थरथराएगी, आपके मन को बेकरार करेगी और आपको हर पन्ने पर एक नया जुनून देगी।
“सुलगती हसरतें” वो किताब है जो आपके तन को सुलगाएगी, आपके मन को भटकाएगी और आपकी रातों को बेकाबू कर देगी। ये वो आग है जो आपके बदन में उतरेगी, आपके खून में दौड़ेगी और आपको ऐसा नशा देगी कि आप हर कहानी को अपने जिस्म पर महसूस करेंगे।
तो उस आग में कूद पड़ें जो आपकी हसरतों को जगा देगी। ये कहानियां सिर्फ पढ़ने के लिए नहीं, बल्कि जीने के लिए हैं। तो इंतजार किस बात का? अपनी खामोश चाहतों को आवाज दो, और इस किताब के साथ अपनी हर हसरत को नंगा कर दो।
ASIN : B0F7FJYPSQ
Language : Hindi
File size : 891 KB
Screen Reader : Supported
Enhanced typesetting : Enabled
Word Wise : Not Enabled
Print length : 116 pages
Best Sellers Rank: #1,623 in Kindle Store (See Top 100 in Kindle Store) #32 in Fantasy Romance eBooks #36 in Fantasy, Futuristic & Ghost Romance #65 in Classic Fiction (Kindle Store)
Customer Reviews: 3.5 3.5 out of 5 stars 3 ratings var dpAcrHasRegisteredArcLinkClickAction; P.when(‘A’, ‘ready’).execute(function(A) { if (dpAcrHasRegisteredArcLinkClickAction !== true) { dpAcrHasRegisteredArcLinkClickAction = true; A.declarative( ‘acrLink-click-metrics’, ‘click’, { “allowLinkDefault”: true }, function (event) { if (window.ue) { ue.count(“acrLinkClickCount”, (ue.count(“acrLinkClickCount”) || 0) + 1); } } ); } }); P.when(‘A’, ‘cf’).execute(function(A) { A.declarative(‘acrStarsLink-click-metrics’, ‘click’, { “allowLinkDefault” : true }, function(event){ if(window.ue) { ue.count(“acrStarsLinkWithPopoverClickCount”, (ue.count(“acrStarsLinkWithPopoverClickCount”) || 0) + 1); } }); });